tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post3411135471729997566..comments2023-11-05T03:09:01.854-08:00Comments on रविकर की कुण्डलियाँ: आभारी पटना शहर, हे गांधी मैदान -रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-31805742609182836132013-10-27T17:30:43.537-07:002013-10-27T17:30:43.537-07:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज सोमवार (28-10-2013) <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/10/1412.html" rel="nofollow"> <br />संतान के लिए गुज़ारिश : चर्चामंच 1412 में "मयंक का कोना" </a> पर भी होगी!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-42509868732314700972013-10-27T05:52:27.640-07:002013-10-27T05:52:27.640-07:00हे भगवान ! हे भगवान ! सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com