tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post8401864091904477035..comments2023-11-05T03:09:01.854-08:00Comments on रविकर की कुण्डलियाँ: मर्यादा पुरुषोत्तम राम की सगी बहन : भगवती शांता -8रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-17480359622791216552013-02-18T09:59:43.914-08:002013-02-18T09:59:43.914-08:00तनया की विकृति भला= शायद 12,
पैर धरा पर न पड़े=12
...तनया की विकृति भला= शायद 12,<br />पैर धरा पर न पड़े=12<br />एक वैद्य की सदा ही=अंत में दो दीर्घ,<br />व्याख्यान अपना ख़तम, =शायद 12,<br />रिस्य विविन्डक खड़े हो=अंत में दो दीर्घ,<br />अमृत बहता जाय =शायद 10,<br />करे प्रगट कृतज्ञता-शायद 12<br />कई स्थान पर चंद्र बिंदु लगना चाहिए, कृपया देख लें<br /><br />अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-40052014400587498662013-02-16T12:13:17.594-08:002013-02-16T12:13:17.594-08:00थी श्रवण की पूर्णिमा ,चाँद रहा मुसकाय ,महिमा मंडि...थी श्रवण की पूर्णिमा ,चाँद रहा मुसकाय ,महिमा मंडित <br />हो गयी ,निम्सर की भाय, कुशल चिकित्सक थे जमे ,बन रक्षक पर्याय .....मन के अधरों पर अब शांता Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.com