tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post2152250826630296725..comments2023-11-05T03:09:01.854-08:00Comments on रविकर की कुण्डलियाँ: " तटस्थ रहना पाप नहीं "रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-24934050911781621862011-10-15T09:52:26.731-07:002011-10-15T09:52:26.731-07:00भैया दूर से देखने की नसीहत सही है और बुज़ुर्ग आदमिय...भैया दूर से देखने की नसीहत सही है और बुज़ुर्ग आदमियों को दूर से ही देखना भी चाहिए लेकिन घुस के देखने का मज़ा कुछ अलग ही है।<br /><br /><b>कोई दूर से लेता है कोई क़रीब से लेता है<br />मेरा रक़ीब है जो मज़े वो अजीब से देता है</b><br /><br /><a href="http://tobeabigblogger.blogspot.com/2011/09/blog-post_22.html" rel="nofollow"><b>क्या बड़ा ब्लॉगर टंकी पर ज़रूर चढता है ? </b></a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-53051093402674367002011-10-13T09:33:31.596-07:002011-10-13T09:33:31.596-07:00शीर्षक अधिक अच्छा लगा।
दोहों से कवि के काव्य प्रत...शीर्षक अधिक अच्छा लगा। <br />दोहों से कवि के काव्य प्रतिभा का ज्ञान होता है। विचारो से तटस्थ..क्यों कि शीर्षक अधिक अच्छा है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-5979625918151072152011-10-13T06:44:59.363-07:002011-10-13T06:44:59.363-07:00Ojpurn evm behtarin kavita.Ojpurn evm behtarin kavita.हास्य-व्यंग्य का रंग गोपाल तिवारी के संगhttps://www.blogger.com/profile/11665530097513996920noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-2243537691057170792011-10-13T03:22:23.145-07:002011-10-13T03:22:23.145-07:00क्यूँ दूर से निरपेक्ष होकर, हाथ करते हो ख...क्यूँ दूर से निरपेक्ष होकर, हाथ करते हो खड़े -<br />ना आस्तीनों में छुपाओ, तीर - भाला ले चलो ||<br /><br />बहुत सार्थक अभिव्यक्ति... सादर...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-63987020639941038612011-10-12T19:16:06.349-07:002011-10-12T19:16:06.349-07:00बढ़िया तुकबंदी...प्रस्तुति भी सुन्दर|बढ़िया तुकबंदी...प्रस्तुति भी सुन्दर|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-16719647947717227052011-10-12T18:38:50.630-07:002011-10-12T18:38:50.630-07:00आपकी इस तुकबंदी के भी कायल हो गए. सुंदर प्रस्तुति....आपकी इस तुकबंदी के भी कायल हो गए. सुंदर प्रस्तुति.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-7354162534987840352011-10-12T09:33:45.641-07:002011-10-12T09:33:45.641-07:00इस काव्य का शिल्प और अर्थ लाजवाब है।इस काव्य का शिल्प और अर्थ लाजवाब है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-47258826293737315492011-10-12T08:25:34.517-07:002011-10-12T08:25:34.517-07:00अति सुन्दर प्रस्तुति.
विवेक-पूर्ण विचार.
धन्यवाद.
...अति सुन्दर प्रस्तुति.<br />विवेक-पूर्ण विचार.<br />धन्यवाद.<br />आनन्द विश्वास.आनन्द विश्वासhttps://www.blogger.com/profile/02666085499584633090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-24301503889292628072011-10-12T02:56:01.859-07:002011-10-12T02:56:01.859-07:00क्या बात है! वाह! बहुत सुन्दर प्रस्तुति बधाईक्या बात है! वाह! बहुत सुन्दर प्रस्तुति बधाईचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-16778464096949547442011-10-11T20:59:07.026-07:002011-10-11T20:59:07.026-07:00गुप्ता जी छुट्टी पर रहने की वजह से - पिछले पोस्ट प...गुप्ता जी छुट्टी पर रहने की वजह से - पिछले पोस्ट पर अनुपस्थित रहा ! आज सभी को पढ़ा ! देर ही सही - मनु को जन्म दिन की बहुत - बहुत शुभ कामनाएं !मल्लो की झगडा भी गजब है ! सभी पोस्ट लाजबाब है ! बधाई !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-45986839817732858422011-10-11T20:19:47.648-07:002011-10-11T20:19:47.648-07:00डा. अनुराग और डा दिव्या के झगडे पर
तटस्थ रहने वाल...डा. अनुराग और डा दिव्या के झगडे पर <br />तटस्थ रहने वालों को कोसा गया था || <br />वहीँ से प्रकट हुई है यह तुकबंदी ||<br />आभार ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-59175603896135499182011-10-11T11:00:41.846-07:002011-10-11T11:00:41.846-07:00अच्छी तुकबंदी बढ़िया लगी,समय मिले तो मेरे ब्लॉग आपक...अच्छी तुकबंदी बढ़िया लगी,समय मिले तो मेरे ब्लॉग आपका स्वागत है....धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-39731181921308403762011-10-11T10:25:23.854-07:002011-10-11T10:25:23.854-07:00जीत उसी का हक़, पक्ष जो भाई तगड़ा |
जरा दूर से दे...जीत उसी का हक़, पक्ष जो भाई तगड़ा |<br /> जरा दूर से देख, बड़े मल्लों का झगड़ा ||<br />खूबसूरत !एक से बढ़के एक अंदाज़ आपके माहौल की सहज अभिव्यक्ति .सुन्दर कसावदार शब्द श्या .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-83308278761014877482011-10-11T09:01:21.686-07:002011-10-11T09:01:21.686-07:00शान्तिः....शान्तिः....प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-41251691931406733482011-10-11T06:43:49.577-07:002011-10-11T06:43:49.577-07:00मान गये गुरुमान गये गुरुSANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-55031768146928997972011-10-10T23:09:44.840-07:002011-10-10T23:09:44.840-07:00बेहतरीन ।बेहतरीन ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com