tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post2308409776424844524..comments2023-11-05T03:09:01.854-08:00Comments on रविकर की कुण्डलियाँ: मतदाता का स्वार्थ, किन्तु अब बड़ी त्रासदी-रविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-6291006557591923442013-12-13T16:30:46.651-08:002013-12-13T16:30:46.651-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शनिवार (14-12-13) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/12/charcha1461.html" rel="nofollow"> "वो एक नाम" (चर्चा मंच : अंक-1461) </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-84404775159501585982013-12-13T14:21:06.967-08:002013-12-13T14:21:06.967-08:00SUNDAR SUNDAR Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-63038261546106225802013-12-13T08:57:41.771-08:002013-12-13T08:57:41.771-08:00(1)
कारें चलती देश में, भर डीजल-ईमान |
अट्ठाइस गण ...(1)<br />कारें चलती देश में, भर डीजल-ईमान |<br />अट्ठाइस गण साथ पर, नहिं व्यवहारिक ज्ञान |<br /><br />नहिं व्यवहारिक ज्ञान, मन्त्र ना तंत्र तार्किक |<br />*स्नेहक पुर्जे बीच, नहीं ^शीतांबु हार्दिक |<br />*लुब्रिकेंट ^ कूलेंट <br /><br />गया पाय लाइसेंस, एक पंजे के मारे |<br />तो स्टीयरिंग थाम, चला दिखला सर-कारें ||<br /><br />भाई साहब कमाल है शब्द चातुर्य और संदर्भित प्रयोग का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-64934534893263641272013-12-13T06:12:59.305-08:002013-12-13T06:12:59.305-08:00वाह बहुत खूब !वाह बहुत खूब !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-80604134084727472822013-12-13T03:22:18.857-08:002013-12-13T03:22:18.857-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (14-12-2013) <a href="http://charchamanch.blogspot.in" rel="nofollow"> "नीड़ का पंथ दिखाएँ" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1461 </a> पर होगी.<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है.<br />सादर...!<br />Rajeev Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/12748535881221017180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-63834968965967224562013-12-13T03:20:36.304-08:002013-12-13T03:20:36.304-08:00बहुत सुंदर.बहुत सुंदर.Rajeev Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/12748535881221017180noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-35836404975267738292013-12-12T23:19:32.178-08:002013-12-12T23:19:32.178-08:00जल्दी से कोई रास्ता निकल आये और सरकार मिले दिल्ली ...जल्दी से कोई रास्ता निकल आये और सरकार मिले दिल्ली को...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com