tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post2382217255893575746..comments2023-11-05T03:09:01.854-08:00Comments on रविकर की कुण्डलियाँ: डा।. अनवर विवाद / रविकर क्षमा-प्रार्थीरविकर http://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-40547146590889301912012-07-08T22:22:57.927-07:002012-07-08T22:22:57.927-07:00अभी इससे पहले वाला प्रकरण भी डाल दे वो क्यूँ रह गय...अभी इससे पहले वाला प्रकरण भी डाल दे वो क्यूँ रह गया<br />फिर वो मेल भी डाल दे जहां आपने मुझ से संपर्क किया और मुझे बधाई दी की मैने बड़ा अच्छा काम किया " इन के खिलाफ लिख कर " ये भी लिखे की मेल आप ने दी , शाबाशी आप ने दी और इनको आप नहीं जानते हैं , ब्लॉग जगत में नये हैं , ये सब आप ने लिखा<br />मैने आप की मेल का महज जवाब दिया और फिर वो भी लिखे की दीपक बाबा ने आप को बताया की कैसे महिला के चित्रों को डाला गया और फिर वो मेल आप ने मुझे फॉरवर्ड कर के मुझ से क्षमा मांगी<br />ये सब लिखने के बाद लिखे की मेरे आग्रह पर आप ने वो सब डिलीट कर दिया<br />पिक्चर पूरी दिखाये मेरे दोस्त , अधूरी क्यूँ<br />और भी बहुत कुछ मेल में था जो आप ने और मैने एक दूसरे से कहा वो सब भी लिख दे<br />उनके ब्लॉग पर जा कर आप nice लिखते हैं , लिखे मुझे क़ोई आपत्ति नहीं हैं<br />पर मेरा रेफरेंस दे तो पूरे तथ्य के साथ दे अन्यथा ना ही दे<br />मेरे नाम की सीढ़ी बना कर पोपुलर होने का फंडा पुराना हैंरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-51859410853397457692012-07-08T18:01:48.037-07:002012-07-08T18:01:48.037-07:00अभी भी सबेरा है,अब तो बड़े बन जाओ और समझदार भी !अभी भी सबेरा है,अब तो बड़े बन जाओ और समझदार भी !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-48573469795435732302012-07-08T09:38:03.782-07:002012-07-08T09:38:03.782-07:00जी |
वैसे भी घी क्या घास भी डालना बंद कर रक्खा था ...जी |<br />वैसे भी घी क्या घास भी डालना बंद कर रक्खा था मैंने |<br />इस जाल में नाहक फंस गया एक कुंडली लिखकर ||<br />सादर |रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-69434656739403896142012-07-08T07:53:38.316-07:002012-07-08T07:53:38.316-07:00क्षमा माँग कर आप और बड़े हो गये । आघे से घी बचा कर...क्षमा माँग कर आप और बड़े हो गये । आघे से घी बचा कर रखना। कहीं डाल के नहीं आना।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7292513918260012791.post-23869812111204953092012-07-08T07:31:49.015-07:002012-07-08T07:31:49.015-07:00यह आपने बहुत बढ़िया काम किया!यह आपने बहुत बढ़िया काम किया!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com