बहुत अच्छी प्रस्तुति!इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!सूचनार्थ!
वाह..
खूब बढ़िया....
बढ़िया.
जनपदीय आंचलिक शब्दों को अच्छा स्तेमाल करते हैं रविकर दा! अच्छा व्यंग्य ,परम व्यंग्य .
ये तो जैसे आंखन देखी हो गई ,अपनी अनुभूति सी .अच्छी प्रस्तुति .
sateek likha hai
शब्द चयन का जवाब नहीं.......वाह !!!!!!!!!!!
बहुत अच्छी प्रस्तुति!
ReplyDeleteइस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
वाह..
ReplyDeleteखूब बढ़िया....
ReplyDeleteबढ़िया.
ReplyDeleteजनपदीय आंचलिक शब्दों को अच्छा स्तेमाल करते हैं रविकर दा! अच्छा व्यंग्य ,परम व्यंग्य .
ReplyDeleteये तो जैसे आंखन देखी हो गई ,अपनी अनुभूति सी .अच्छी प्रस्तुति .
ReplyDeletesateek likha hai
ReplyDeleteशब्द चयन का जवाब नहीं.......वाह !!!!!!!!!!!
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