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Tuesday, 6 September 2016

बरसाने रसधार,जरा बरसाने आजा


1)
कृष्णा तेरी कृपा की, सदा रही दरकार।
दर दर मैं भटकूँ नहीं, बस गोकुल से प्यार।
बस गोकुल से प्यार, हृदय में श्याम विराजा।
बरसाने रसधार,जरा बरसाने आजा।
राधे राधे बोल, जगत से हुई वितृष्णा।
प्रेम तनिक ले तोल, बैठ पलड़े पे कृष्णा।।
2)
बाधाएँ हरते रहे, भक्तों की नित श्याम।
कुपित इंद्र वर्षा करें, गोकुल पर अविराम।
गोकुल पर अविराम, समस्या कैसे टालें।
गोवर्धन को श्याम, तभी चुपचाप उठा लें।
कंगुरिया वह वाम, और वामांगी राधा।
करती मदद परोक्ष, हरे गोकुल की बाधा।।

Friday, 4 October 2013

शान्त *चित्ति के फैसले, करें लोक कल्यान-

शान्त *चित्ति के फैसले, करें लोक कल्यान |
चिदानन्द संदोह से, होय आत्म-उत्थान |

होय आत्म-उत्थान, स्वर्ग धरती पर उतरे |
लेकिन चित्त अशान्त, सदा ही काया कुतरे |

चित्ति करे जो शांत, फैसले नहीं *कित्ति के |
करते नहीं अनर्थ, फैसले शान्त चित्ति के ||

चित्ति = बुद्धि 
कित्ति = कीर्ति / यश

Tuesday, 27 March 2012

तिनके तनिक उबार, डूबते हुवे हौसले -

 नन्हे सुमन
बाबा को प्यारा लगे, मूल से ज्यादा सूद ।
एह्सासें फिर से वही, बालक रूप वजूद ।

 बालक रूप वजूद, मिली मन बाल सुन्दरी
संस्कार मजबूत, चढाते लाल चूनरी ।

मेला सर्कस देख,  चाट भी जमके चाबा ।
करें खटीमा मौज, साथ में दादी बाबा ।।

  रश्मि प्रभा...   वटवृक्ष पर   

नहीं  घोंसले में  लगा, मन को होता क्षोभ ।
तूफानों से डर रहा, या सजने का लोभ ।   

या सजने का लोभ, नीड़ की भीड़ गुमाए ।
जीवन का अस्तित्व, व्यर्थ ऐसे भी जाए ।

तिनके तनिक उबार,  डूबते  हुवे  हौसले  ।
तिनके तिनके साथ, खोज तू  नहीं घोंसले ।।

Wednesday, 8 February 2012

दुनिया देखे और, युवी का छह-छह छक्का-

Yuvraj Singh Aggression After three years in retirement, Lance Armstrong is looking for his 8th Tour de France victory

(Photo: Reuters)
छक्का छः मारे गजब, बड़ी 'आर्म-स्ट्राँग'।
छक के खाया दूध घी, माता से खुब माँग ।
17th Birthday with Mom
माता से खुब माँग, कैन्सर भी हारेगा ।
फिर से कुल मैदान, खेल के तू मारेगा ।

यह शबनम का पूत, करे फिर हक्का-बक्का ।
दुनिया देखे और, युवी का छह-छह छक्का ।।