**ऊंचीं शिक्षा के दिखे, फल कितने प्रतिकूल |
**रिश्ते - नाते भूल के, जीना जाते भूल |
**जीना जाते भूल, हसरतें मातु-पिता की |
**प्रेम-पाश में झूल, देखता राह चिता की |
**दे दे रे औलाद, हमें इकलौती भिक्षा |
**वापस आ जा छोड़, यही गर ऊंचीं शिक्षा ||