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Wednesday, 19 October 2011

गर्लफ्रेंड के इनकार पर IITian ने दी जान


**ऊंचीं शिक्षा के दिखे, फल कितने प्रतिकूल |

**रिश्ते - नाते  भूल के,  जीना  जाते भूल |


**जीना  जाते भूल, हसरतें मातु-पिता की |

**प्रेम-पाश में झूल,  देखता राह चिता की |


**दे  दे  रे औलाद,  हमें  इकलौती  भिक्षा |
 
**वापस आ जा छोड़, यही गर ऊंचीं शिक्षा ||

Saturday, 18 June 2011

एक चितवन का बचा है, फासला बस बीच अपने

गर्व रखकर ताक पर, अब आस्मां की ओर ताको |
उन सितारों में लिखा है  नाम दिलवर का  तुम्हारे ||
दुश्मनी  यूँ  ही  अगर, तुमने  निभाया  आस्मां से
नीचे  धकेलेगा  धरा  पर,  आपके  महबूब  सारे ||  

और मकतूलों की  लाइन,  सामने लगनी शुरू | 
तेरी मुहब्बत के सताए, विश्व-मित्रा लव गुरु  ||
इस कदर बदनाम होगी, चाह करके फिर कभी |
ले  सको  न  हाथ खंज़र,  दम्भ मर जाए तभी ||

इसलिए चुपचाप  मेरी  इल्तजा  तुम  मान जाओ |
आस्मां दिलवर बिराजे, सिर तनिक ऊपर उठाओ ||
एक चितवन का बचा है, फासला  बस  बीच अपने |
फैसला कर, फासला तो खुद-ब-खुद ही, लगा नपने | |

कांगू मच्छर और भांजू मक्खी : आरोप-प्रत्यारोप