लीजिये भुगत |
कीजिये जुगत ||
हो गया इश्क
बेहूदी लत |
याद आये
तेरी सोहबत ||
फिर तडपाये
होती दुर्गत |
टपकी बूंद -
मानसूनी छत ||
जल में मछली
तडपत-तडपत ||
जल में मछली
तडपत-तडपत ||
चढ़कर बोली
मस्तक मस्तक |
बिना बुलाये
आई आफत |
मीठा लड्डू
कडुवी नेमत |
धत तेरे की
अपनी किस्मत ||
बुरी बला ये
शोखी-हरकत |
फिर न होवे जालिम गफलत ||