Wednesday 20 November 2013

लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर-

दागी बंदूकें गईं, चमकाई शमशीर |
लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर |

दंगाई तदवीर, महत्वाकांक्षा खाई |
दिया-सलाई पाक, अगर-बत्ती सुलगाई |

सूत्रधार महफूज, जली तो धरा अभागी |
बने पाक इक पक्ष, बनाये दूजा दागी ||

5 comments:

  1. बहुत सुन्दर है .सटीक है मारक है .

    लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर-
    दागी बंदूकें गईं, चमकाई शमशीर |
    लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर |

    दंगाई तदवीर, महत्वाकांक्षा खाई |
    दिया-सलाई पाक, अगर-बत्ती सुलगाई |

    सूत्रधार महफूज, जली तो धरा अभागी |
    बने पाक इक पक्ष, बनाये दूजा दागी ||

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  2. बहुत ही सुन्दर भावों का संचार करती प्रस्तुति
    (नई प्रस्तुति --विशालाक्षा )

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