Sunday 2 September 2012

सुलगे साबरमती, लगाया कौन पलीता ??

बोलो बजरंगी जबर, हबर हबर हठ आग ।
 कैद गढ़ी में जिन्दगी, अमिट आग का दाग ।

अमिट आग का दाग, गो धरा गंगा गीता ।
सुलगे साबरमती, लगाया कौन पलीता ??

खाई कढ़ी उबाल, फुलौरी तनिक टटोलो ।
मुम्बा की जय बोल, असम सम क्यूँ कुछ बोलो ??

Sonia approaches Mulayam in House, raises eyebrows


कानाफूसी दो मिनट, खुश खुश हाय-कमान ।
फुस-फुस  "N D A " हुआ, पहलवान पटियान ।
पहलवान पटियान, पटाया बाम मोर्चा ।
इत्मिनान हुक्काम, होय संसद में चर्चा ।
लिख लिख कालिख कोल, जवाबों में कंजूसी ।
अगर ढोल  न पोल, किया क्यों काना-फूसी ।।

1 comment:

  1. सारे नेता चुप्पी साधे,राज गया पगलाय,
    तोड़-फोड़ जितनी मचे,सत्ता जल्दी आय ||

    ReplyDelete