क्या बात है.वाह.
गाँधी ग्राम-विकास, करे यूँ खूब नरेगा |लगा अंगूठा आस, मेहनती होंय रेगा ||Bahut Badhiya...
कागदे कमाई, कागदे विकास।
काम होय भरपूर, मशीनें करैं खुदाई |चढ़े चढ़ावा दूर, कागदे होय कमाई ...A bitter truth !.
सरकार ने एक अच्छी पहल की थी। अब हमारी रगों में ही गंदा खून दौड़ रहा है तो किसे दोष दें!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
aapke dohon ki to koi misal nahi.
राधारमण जी, अच्छी पहल का विस्तृत अर्थ भी एक बार ध्यान दिया जाय, अनुरोध है। बहुत दिन बाद आए इधर…कहाँ गायब थे?
गुप्ता जी - इस नरेगा की पोल खुल गयी ! बधाई
बहुत खूब!
बहुत खूब !काम होय भरपूर, मशीनें करैं खुदाई |चढ़े चढ़ावा दूर, कागदे होय कमाई |यही है नरेगा और मरेगा (मनरेगा)का सच .करारा व्यंग्य नंगा नाच भ्रष्टाचार का कहें आप इसे मनरेगा या नरेगा .
लगा अंगूठा आस, मेहनती होवें रेगा वाह, बहुत खूब
बहुत सुंदर प्रस्तुति,....मेरी नई रचना के लिए "काव्यान्जलि" मे click करे
क्या बात है.वाह.
ReplyDeleteगाँधी ग्राम-विकास, करे यूँ खूब नरेगा |
ReplyDeleteलगा अंगूठा आस, मेहनती होंय रेगा ||
Bahut Badhiya...
कागदे कमाई, कागदे विकास।
ReplyDeleteकाम होय भरपूर, मशीनें करैं खुदाई |
ReplyDeleteचढ़े चढ़ावा दूर, कागदे होय कमाई ...
A bitter truth !
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सरकार ने एक अच्छी पहल की थी। अब हमारी रगों में ही गंदा खून दौड़ रहा है तो किसे दोष दें!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteaapke dohon ki to koi misal nahi.
ReplyDeleteराधारमण जी, अच्छी पहल का विस्तृत अर्थ भी एक बार ध्यान दिया जाय, अनुरोध है। बहुत दिन बाद आए इधर…कहाँ गायब थे?
ReplyDeleteगुप्ता जी - इस नरेगा की पोल खुल गयी ! बधाई
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ReplyDeleteकाम होय भरपूर, मशीनें करैं खुदाई |
चढ़े चढ़ावा दूर, कागदे होय कमाई |यही है नरेगा और मरेगा (मनरेगा)का सच .करारा व्यंग्य नंगा नाच भ्रष्टाचार का कहें आप इसे मनरेगा या नरेगा .
लगा अंगूठा आस, मेहनती होवें रेगा
ReplyDeleteवाह, बहुत खूब
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