आभार-मित्रों : रविकर
भारत भूमि से सूरज तक
'रविकर' दिनकर रौशनी लुटाये
दोहे -कविता -छंद मनोहर
प्राण भरे जन गण के मन में
पापी भ्रष्टाचारी के मन
शूल चुभें जीवन हर क्षण में
सदा पडोसी रहें हमारे
फ़ैजाबाद अवध 'वेला' में
हो सुगंध ब्लागिंग भी चमके
'भ्रमर' मिलें नित नूतन रस ले
बगिया हरी भरी हो महके
परम मित्र दिनेश रविकर के जन्म-दिन पर ......
अरुण कुमार निगम ने लिखा
" बधाई – कुण्डलिया "
ओ.बी.ओ. के फलक पर , देखा है संदेश
मना रहे हैं जन्म-दिन, गुप्ता चंद्र दिनेश
गुप्ता चंद्र दिनेश, कहे जाते हैं रविकर
वर्तमान धनबाद, फैजाबाद के कविवर
स्वस्थ-सफल हों आप,रहें हम सबके होके
अरुण बधाई देत ,मंच से ओ. बी. ओ. के ||
रविकर खुश है आज, देश आजाद हुआ है.
झूम उठे सब साज,जनम भी साथ हुआ है.
हुआ जनम है साथ,लिखे बेफिकरा होकर.
संग देश के रहे,मस्तमौला यह रविकर.
जन्म-दिवस की कोटिश: ,आज बधाई मित्र
मौसम उल्लासित हुआ ,दिन भी बड़ा पवित्र
दिन भी बड़ा पवित्र , मिठाई बनती कविवर
कम से कम इक चाय पिला दें भ्राता-रविकर
मिले आपको हसीं , जिंदगी लाख बरस की
आज बधाई मित्र, कोटिश: जन्म-दिवस की ||
नीचे मिष्टी है रखी, ऊपर मेरा चित्र |
ऊपर मेरा चित्र, बनाने की विधि सारी |
छपी वहां क्रमवार, करूँ जैसी तैयारी |
आओ खा लो आज, मगर न करो बहाना |
दो के बदले चार, गिफ्ट पर बढ़िया लाना ||
ओ बी ओ आभार है, मित्रों बारम्बार |
मिला आपका प्यार शुभ, बहुत बहुत आभार |
बहुत बहुत आभार, द्वार पर मेरे आये |
है जीवन का सार, मित्र सब सही बनाए |
हमें आप पर गर्व, आप की कीर्ति-पताके |
लहर लहर लहराय, पुत्र हे धरती माँ के |
मिला आपका प्यार शुभ, बहुत बहुत आभार |
बहुत बहुत आभार, द्वार पर मेरे आये |
है जीवन का सार, मित्र सब सही बनाए |
हमें आप पर गर्व, आप की कीर्ति-पताके |
लहर लहर लहराय, पुत्र हे धरती माँ के |
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर'५
प्रतापगढ़ , अवध उ.प्रदेश
मेरी भी शुभ कामना उड़े पंख फैलायेप्रतापगढ़ , अवध उ.प्रदेश
ने लिखा
भारत भूमि से सूरज तक
'रविकर' दिनकर रौशनी लुटाये
दोहे -कविता -छंद मनोहर
प्राण भरे जन गण के मन में
पापी भ्रष्टाचारी के मन
शूल चुभें जीवन हर क्षण में
सदा पडोसी रहें हमारे
फ़ैजाबाद अवध 'वेला' में
हो सुगंध ब्लागिंग भी चमके
'भ्रमर' मिलें नित नूतन रस ले
बगिया हरी भरी हो महके
परम मित्र दिनेश रविकर के जन्म-दिन पर ......
अरुण कुमार निगम ने लिखा
" बधाई – कुण्डलिया "
ओ.बी.ओ. के फलक पर , देखा है संदेश
मना रहे हैं जन्म-दिन, गुप्ता चंद्र दिनेश
गुप्ता चंद्र दिनेश, कहे जाते हैं रविकर
वर्तमान धनबाद, फैजाबाद के कविवर
स्वस्थ-सफल हों आप,रहें हम सबके होके
अरुण बधाई देत ,मंच से ओ. बी. ओ. के ||
रविकर खुश है आज, देश आजाद हुआ है.
झूम उठे सब साज,जनम भी साथ हुआ है.
हुआ जनम है साथ,लिखे बेफिकरा होकर.
संग देश के रहे,मस्तमौला यह रविकर.
जन्म-दिवस की कोटिश: ,आज बधाई मित्र
मौसम उल्लासित हुआ ,दिन भी बड़ा पवित्र
दिन भी बड़ा पवित्र , मिठाई बनती कविवर
कम से कम इक चाय पिला दें भ्राता-रविकर
मिले आपको हसीं , जिंदगी लाख बरस की
आज बधाई मित्र, कोटिश: जन्म-दिवस की ||
रविकर की मिठाई
प्रोफाइल को ठीक से, देखो प्यारे मित्र |नीचे मिष्टी है रखी, ऊपर मेरा चित्र |
ऊपर मेरा चित्र, बनाने की विधि सारी |
छपी वहां क्रमवार, करूँ जैसी तैयारी |
आओ खा लो आज, मगर न करो बहाना |
दो के बदले चार, गिफ्ट पर बढ़िया लाना ||
About Me
- रविकर फैजाबादी
- वर्णों का आंटा गूँथ-गूँथ, शब्दों की टिकिया गढ़ता हूँ|
- समय-अग्नि में दहकाकर, मद्धिम-मद्धिम तलता हूँ||
- चढ़ा चासनी भावों की, ये शब्द डुबाता जाता हूँ |
- गरी-चिरोंजी अलंकार से, फिर क्रम वार सजाता हूँ ||
वाह... जन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो!
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जय हिंद!
...फिर से बधाई !
ReplyDeleteस्वस्थ-सफल हों आप.
ReplyDeleteMubarakbaad.
हमारी भी बधाई स्वीकार करें कविवर रविकर जी।
ReplyDeleteजन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई हो!
ReplyDeleteयानि डबल खुशी!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बधाई स्वीकार करें -एक साथ दो-दो .
ReplyDeleteमिठाई बढ़िया है !
सब शुभकामनाएं मंगल कामनाये रविकर भाई के लिए
ReplyDeleteजन्मदिन की बधाई रविकर जी।
ReplyDeleteस्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं.....
ReplyDeleteजन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो.
ReplyDeleteजन्मदिन की बधाई सहित अनंत शुभकामनाएं
ReplyDeleteदेर से सही, जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं
ReplyDeleteलड्डू हमने खा लिये
ReplyDeleteजन्म दिन भी मना लिये
मजे की बात देखिये
15 अगस्त को पैदा
जो क्या हो गये
आप तो आजाद हो गये !
हैप्पी बर्थ डे !