राहुल की खातिर करे, रस्ता अन्ना टीम ।
टीम-टाम होता ख़तम, जागे नीम हकीम ।
जागे नीम-हकीम, दवा भ्रष्टों को दे दी ।
पॉलिटिक्स की थीम, जलाए लंका भेदी ।
ग्यारह प्रतिशत वोट, काट कर अन्ना शातिर ।
एन डी ए को चोट, लगाएं राहुल खातिर ।।
गिरगिटान कश्मीर पर, दिखलाये निज रंग ।
देखो अन्ना टीम का, बदला बदला ढंग ।
बदला बदला ढंग, चुकाया बढ़िया बदला ।
चोला बदले छद्म, बना के सबको पगला ।
भाजप राजद शरद, सपा तृण-मूल खलेगा ।
बासठ शठ दल खड़े, अब तिर-शठ भी छलेगा ।
देखो अन्ना टीम का, बदला बदला ढंग ।
बदला बदला ढंग, चुकाया बढ़िया बदला ।
चोला बदले छद्म, बना के सबको पगला ।
भाजप राजद शरद, सपा तृण-मूल खलेगा ।
बासठ शठ दल खड़े, अब तिर-शठ भी छलेगा ।
बहुत बढ़िया प्रस्तुति!
ReplyDeleteआनन्द आ गया!
श्रावणीपर्व और रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएं!
आते-आते आ गई , अब पटरी पर रेल
ReplyDeleteउसको आगे से हटा , इसको पृष्ठ ढकेल
इसको पृष्ठ ढकेल ,यही है खेल खिलाड़ी
जो ना जाने खेल , उसे कहते हैं अनाड़ी
आग पराई भैया ! काहे हाथ जलाते
अब पटरी पर रेल , आ गई आते-आते ||
नया समीकरण, वह भी काव्यात्मक..
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