Thursday, 2 August 2012

ग्यारह प्रतिशत वोट, काट कर अन्ना शातिर-रविकर

राहुल की खातिर करे, रस्ता अन्ना टीम ।
टीम-टाम होता ख़तम, जागे नीम हकीम ।

जागे नीम-हकीम,  दवा भ्रष्टों को दे दी ।
पॉलिटिक्स की थीम, जलाए लंका भेदी ।

ग्यारह प्रतिशत वोट, काट कर अन्ना शातिर ।
एन डी ए को चोट, लगाएं राहुल खातिर ।।
गिरगिटान कश्मीर पर, दिखलाये निज रंग ।
देखो अन्ना टीम का, बदला बदला  ढंग । 
बदला बदला ढंग, चुकाया बढ़िया बदला ।
चोला बदले छद्म,  बना के सबको पगला ।
भाजप राजद शरद, सपा तृण-मूल खलेगा ।
बासठ शठ दल खड़े, अब तिर-शठ भी छलेगा ।

3 comments:

  1. बहुत बढ़िया प्रस्तुति!
    आनन्द आ गया!
    श्रावणीपर्व और रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएं!

    ReplyDelete
  2. आते-आते आ गई , अब पटरी पर रेल
    उसको आगे से हटा , इसको पृष्ठ ढकेल
    इसको पृष्ठ ढकेल ,यही है खेल खिलाड़ी
    जो ना जाने खेल , उसे कहते हैं अनाड़ी
    आग पराई भैया ! काहे हाथ जलाते
    अब पटरी पर रेल , आ गई आते-आते ||

    ReplyDelete
  3. नया समीकरण, वह भी काव्यात्मक..

    ReplyDelete