हवा हवाई हो गई, शुद्ध हवा की बात |
कुदरत नित दिखला रही, मानव को औकात |
कुदरत नित दिखला रही, मानव को औकात |
मानव को औकात, ताक में मानव रहता |
भोगवाद से ग्रस्त, रहे हर समय बहकता |
खुदा कुआं प्राचीन, आज खोदे हम खाईं |
हुआ खुदा नाराज, हवा भी हवा हवाई ||
खुदा कुआं प्राचीन, आज खोदे हम खाईं |
ReplyDeleteहुआ खुदा नाराज, हवा भी हवा हवाई || खोदें कोयला खान ,बढ़ें सब सवा सवाई . .बहुत बढ़िया व्यंग्य धारदार .शुक्रिया भी बधाई भी . .कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
बृहस्पतिवार, 23 अगस्त 2012
Neck Pain And The Chiropractic Lifestyle
Neck Pain And The Chiropractic Lifestyle
बढ़िया धारदार व्यंग्य.
ReplyDeleteपता नहीं कब समझेगा इंसान !
ReplyDeleteखोदने में एक्स्पर्ट
ReplyDeleteएक दिन देखना
बहुत हो जाओगे
खाई खोदने के लिये
सरकारी काम भी
बस तुम ही पाओगे
लगे रहो !
भाई साहब सियाटिका और लेग पेन पर आलेख हिंदी में ज़रूर मिलेगा यह तो एक आज़माइश थी अंग्रेजी पे लिखे पे कैसा रेस्पोंस मिलता है देखने भालने की .शुक्रिया आपका
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