बड़े बड़े तो बड़ा बचे हैं।
छोटा बच्चा मार खाता है, बड़ा तो सिर्फ़ सुन लेता है या ऐसे ही अनसुना कर देता है…
बड़ी घूस खाने वाले कहाँ फंसते हैं ... बढ़िया व्यंग
सटीक व्यंग..
व्यवस्था पर तीखा व्यंग्य।
सटीक कुंडलियाँ.
बड़े बड़े तो बड़ा बचे हैं।
ReplyDeleteछोटा बच्चा मार खाता है, बड़ा तो सिर्फ़ सुन लेता है या ऐसे ही अनसुना कर देता है…
ReplyDeleteबड़ी घूस खाने वाले कहाँ फंसते हैं ... बढ़िया व्यंग
ReplyDeleteसटीक व्यंग..
ReplyDeleteव्यवस्था पर तीखा व्यंग्य।
ReplyDeleteसटीक कुंडलियाँ.
ReplyDelete