हाड़-माँस की पुत्तली, 'चिदविभरम', रोबोट |
रोटी में ही खोट है, पोट के खाते नोट |
पोट के खाते नोट, खोल के बाहर खाते |
मुद्रा पर कर चोट, नोट से नजर चुराते |
पर रविकर अधिकार, सूचना से जो पाया |
पगड़ी के रोबोट, सहित सरकार हिलाया ||
GG=2G
GG= गुंडागर्दी
ReplyDeleteअच्छा, तो धुलाई जारी है।
ReplyDeletevery nice
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना।
ReplyDeleteप्रसंगानुसार।
bahut achchi karari chot deti hui rachna.
ReplyDeleteबहुत खूब !
ReplyDeleteteekhi baat
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