वाह गुप्ताजी ये सी.एम् पोस्ट भी गजब होती है ! दिग्गी पि.एम्.की स्तुति में माँ वंदना में लगे है ! भला ख्वयिस कैसे पूरी हो !
सटीक बात ... अब तो उपवास उपवास खेल हो रहा है ..
ठीक ठाक पर मजेदार नहीं। शायद विषय ही ऐसा था।
राजनीति की घातें और प्रतिघातें।
रविकर जी ,हमारे आज के सन्दर्भ का अनुपम व्यंग्य .
वाह गुप्ताजी ये सी.एम् पोस्ट भी गजब होती है ! दिग्गी पि.एम्.की स्तुति में माँ वंदना में लगे है ! भला ख्वयिस कैसे पूरी हो !
ReplyDeleteसटीक बात ... अब तो उपवास उपवास खेल हो रहा है ..
ReplyDeleteठीक ठाक पर मजेदार नहीं। शायद विषय ही ऐसा था।
ReplyDeleteराजनीति की घातें और प्रतिघातें।
ReplyDeleteरविकर जी ,हमारे आज के सन्दर्भ का अनुपम व्यंग्य .
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