Saturday, 4 August 2012

ललित और उसकी दूसरी पत्नी प्रीटी बलिहारा को सजा -

 अपने पुत्र को पीट-पीट कर अपाहिज बनाने पर दस साल की सजा ।।

बलिहारी रे ललित है, प्रीटी मारा लाल |
सीमा पर क्यूँ न गया, जाय काल के गाल |

जाय काल के गाल, शत्रु सा पुत्र पीटता |
अपना गंदा खून, कक्ष में रहा छींटता  |

साधुवाद हे कोर्ट, सजा देता जो लम्बी  |
पाए नहीं सपोर्ट, नरक भोगे यह दम्भी ||

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