Tuesday, 9 September 2014

तुर्क-युवक नादान, बंद कर पत्थरबाजी-

बाजीगर सैनिक डटे, मौत सामने ठाढ़ |
ग्राम नगर कश्मीर के, झेल रहे हैं बाढ़ |

झेल रहे हैं बाढ़, देश राहत पहुँचाया |
फौजी रहे बचाय, सामने जो भी आया |

फ़ौजी का सम्मान, करो रे मुल्ला-काजी |
तुर्क-युवक नादान, बंद कर पत्थरबाजी ||

7 comments:

  1. अतिसुन्दर भाव नादानों और सिरफिरों को संदेस देती रचना

    फ़ौजी का सम्मान, करो रे मुल्ला-काजी |
    तुर्क-युवक नादान, बंद कर पत्थरबाजी ||

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  2. इन बहादुर जाँबाज सैनिकों पर देश को गर्व है।
    सार्थक कुण्डलियाँ।
    आभार।

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  3. बहुत सुन्दर

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  4. बहादुर फौजियों को सलाम...

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  5. बहुत सुन्दर सटीक सार्थक व्यंग्य .

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