Wednesday, 19 February 2014
दिल्ली दिखी अवाक, आप मस्ती में झूमे-
खरी खरी कह हर घरी, खूब जमाया धाक |
अपना मतलब गाँठ के, किया कलेजा चाक |
किया कलेजा चाक, देश भर में अब घूमे |
दिल्ली दिखी अवाक, आप मस्ती में झूमे |
डाल गए मझधार, धोय साबुन से कथरी |
मत मतलब मतवार, महज कर रहे मसखरी ||
2 comments:
राजीव कुमार झा
20 February 2014 at 01:58
बिल्कुल सही कहा.
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मुकेश कुमार सिन्हा
21 February 2014 at 00:10
सुंदरतम !!
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बिल्कुल सही कहा.
ReplyDeleteसुंदरतम !!
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