बातें करते हवा से, हवा हुई सरकार |
हवा-हवाई घोषणा, भूले भ्रष्टाचार |
भूले भ्रष्टाचार, भूल जाते मँहगाई |
करने लगे प्रचार, उन्हीं सेक्युलर की नाई |
पानी पी पी कोस, होंय खुश कई जमातें |
देखो अपने दोष, बनाओ यूँ ना बातें ||
दोहा
धरना देने जो गए, आव रही ना ताव |
टोपी धरना जेब में, डूब रही है नाव ||
दोहा
धरना देने जो गए, आव रही ना ताव |
टोपी धरना जेब में, डूब रही है नाव ||
:) सही ।
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteमंगलकामनाएं होली की स्वीकार करें !
ReplyDeleteकविवर मन ही मन आदर स्वीकार करें !
सुन्दर मनोहर !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ..आज कल आप कम सक्रिय हैं ..
ReplyDeletebahut khoob
ReplyDeleteshubhkamnayen
सुंदर।
ReplyDelete...............................
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