बहुत सही ।
इसी का नाम तो राजनीति है !
बहुत सटीक.
उफ़ !
एक मुहावरा सुना था -थूक कर चाटना ,तब इसका अर्थ टीक से समझ में नहीं आया था.
यह कोसी की बाढ़, इकट्ठा हुवे बवाली |एक नाँद पर ठाढ़, करें दो जीव जुगाली ||अरे वह क्या मारा है दो सांडों को दो कथित छद्म सेकुलरों को .
well described
यह कोसी की बाढ़, इकट्ठा हुवे बवाली |एक नाँद पर ठाढ़, करें दो जीव जुगाली ||बहुत सुन्दर है रविकर भाई।
बहुत सही ।
ReplyDeleteइसी का नाम तो राजनीति है !
ReplyDeleteबहुत सटीक.
ReplyDeleteउफ़ !
ReplyDeleteएक मुहावरा सुना था -थूक कर चाटना ,तब इसका अर्थ टीक से समझ में नहीं आया था.
ReplyDeleteयह कोसी की बाढ़, इकट्ठा हुवे बवाली |
ReplyDeleteएक नाँद पर ठाढ़, करें दो जीव जुगाली ||
अरे वह क्या मारा है दो सांडों को दो कथित छद्म सेकुलरों को .
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ReplyDeleteयह कोसी की बाढ़, इकट्ठा हुवे बवाली |
एक नाँद पर ठाढ़, करें दो जीव जुगाली ||
बहुत सुन्दर है रविकर भाई।