आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २३ /४/१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है ।
सुन्दर प्रस्तुति..!--शस्य श्यामला धरा बनाओ।भूमि में पौधे उपजाओ!अपनी प्यारी धरा बचाओ!--पृथ्वी दिवस की बधाई हो...!
सही और सटीक प्रस्तुति, धाता कामी कापुरुष, रौंदे बेबस नार । बरबस बस पर चढ़ हवस, करे जुल्म-संहार । करे जुल्म-संहार, नहीं मिल रही सुरक्षा । गली हाट घर द्वार, सुरक्षित कितनी कक्षा । करो हिफाजत स्वयं, कुअवसर असमय आता । हुआ विधाता बाम, पुरुष जो बना बिधाता ॥
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २३ /४/१३ को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है ।
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति..!
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शस्य श्यामला धरा बनाओ।
भूमि में पौधे उपजाओ!
अपनी प्यारी धरा बचाओ!
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पृथ्वी दिवस की बधाई हो...!
सही और सटीक प्रस्तुति, धाता कामी कापुरुष, रौंदे बेबस नार ।
ReplyDeleteबरबस बस पर चढ़ हवस, करे जुल्म-संहार ।
करे जुल्म-संहार, नहीं मिल रही सुरक्षा ।
गली हाट घर द्वार, सुरक्षित कितनी कक्षा ।
करो हिफाजत स्वयं, कुअवसर असमय आता ।
हुआ विधाता बाम, पुरुष जो बना बिधाता ॥