तरह तरह के किरदारों से
सजे- हमारे ये बेहूदे |
कुछ भी नहीं है बस में इनके,
कुछ भी नहीं है बस में इनके,
व्यर्थ भूमि पर झूरै कूदे ||
बड़ा भलामानस बनता है,
सच्चाई का झूठा पुतला,
चरण वंदना सोनी मैया,
चरण वंदना सोनी मैया,
करे हमेशा आँखे मूंदे ||
बहुत खूब दिनेश भाई ,ज़िंदा रोबोट हैं इस व्यवस्था के तमाम पुर्जे -आई ,साईबोर्ग से (साइबर -नेतिक ओर्गेनिज्म )से .संतोषी माँ सी प्रगट भई हैं ये चर्च (चर्चा )देवी .सोनिया मैया .
ReplyDeleteबेहतरीन कहा ।
ReplyDeleteजय हो।
ReplyDeletebahut badiya vyng prastuti..
ReplyDeleteसुंदर, अति सुंदर!!
ReplyDeleteमन्नूभाई मुर्दाबाद! पी एम यानि पद मोही जी के लिए मन्नू ठीक रहेगा!
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