गुड्डी-गुड़ी गुमान में, ऊँची भरे उड़ान |
पेंच लड़ाने लग पड़ी, दुष्फल से अन्जान |
पेंच लड़ाने लग पड़ी, दुष्फल से अन्जान |
दुष्फल से अन्जान, जान जोखिम में डाली |
आये झँझावात, काट दे माँझा-माली |
लग्गी लेकर दौड़, लगाने लगे उजड्डी |
सरेआम लें लूट, गिरी माँझा बिन गुड्डी ||
बहुत ही सुंदर और सार्थक प्रस्तुती, आभार।
ReplyDeleteस्वागत है !
ReplyDeleteबहुत सुंदर !
waah ..
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब, हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.