कुंडली
बड़े तराजू तौलता, हलवाई फिर आज ।
पंचमेल मिष्ठान को, इक डिब्बे में साज ।
इक डिब्बे में साज, मूड में बोला हंसकर ।
मानव है मिष्ठान, तेल मैदा जल शक्कर ।
नपी-तुली हो आंच, डाल के मावा काजू ।
रंग-रूप में ढाल, तोल ले बड़े तराजू ।।
दोहे-
यहाँ बतासा घूमता, लिए शुद्धतम रूप ।
*उदक-परीक्षा में फंसे, खोवे मूल स्वरूप ।।
*पानी में डुबाना
लड्डू का बेसन सड़ा, चढ़ा गुलाबी रंग ।
मंगल मंगल चढ़ रहे, हनुमत के सत्संग ।।
पेड़े-बर्फी बन गए, नकली मावा औंट ।
मक्कारी में फंस रहे, नहीं सकेंगे लौट ।।
शहर जलेबी घूमती, चली इमरती संग ।
लार टपकती देख के, हुई दंग मन-तंग ।।
रसगुल्लों ने पी लिया, रस से भरे प्रकोष्ठ ।
शक्करपाले भटकते, लेकर सूखे ओष्ठ ।।
मजे सजे ऊँचे सदन, राम राम हर याम ।
मिले पराया माल तो, लूट खाय बेदाम ।।
मीठे में कीड़े पड़े, बिजबिजाय बद-हाल |
चुन के दिल्ली भेजता, देते डेरा डाल ।।
चुन के दिल्ली भेजता, देते डेरा डाल ।।
कुंडली
शीरे पर तैरा करे, काली काली मैल ।
सड़ जाये जब मैल तो, बदबू जाये फ़ैल |
बदबू जाये फ़ैल, दुग्ध से कर संस्कारित |
पुन: पकाए मैल, होय बढ़िया उपचारित |
हो जाये जब सान्द्र, बना लें खुटिया-गट्टे |
बन बढ़िया स्वादिष्ट, मिठाई चख दे फट्टे ||
दोहा बदबू जाये फ़ैल, दुग्ध से कर संस्कारित |
पुन: पकाए मैल, होय बढ़िया उपचारित |
हो जाये जब सान्द्र, बना लें खुटिया-गट्टे |
बन बढ़िया स्वादिष्ट, मिठाई चख दे फट्टे ||
खुटिया कबसे खट रही, इकदम सस्ते दाम ।
श्रम सीकर ही मूल है, यही सतत पैगाम ।।
१००वी पोस्ट पर सुन्दर रचना हेतु बधाई स्वीकारें |
ReplyDelete100वीं पोस्ट की बहुत-बहुत बधाई!
ReplyDelete--
आप अपने साहितय से सही सन्देश देते हैं!
१००वी पोस्ट, सुन्दर रचना, हेतु बधाई स्वीकारें |
ReplyDeleteशहर जलेबी घूमती, चली इमरती संग ।
ReplyDeleteलार टपकती देख के, हुई दंग मन-तंग ।।
शहर जलेबी घूमती, चली इमरती संग ।
लार टपकती देख के, हुई दंग मन-तंग ।।
बढ़िया प्रस्तुति .
जीजा जोबनिया ज़लेबी भरी रसकी ,थारे साथ चलूंगी ,म्हाने जचगी . सौवीं पोस्ट मुबारक ,अनुपोस्ट मुबारक .
कृपया यहाँ भी पधारें -
मजे सजे ऊँचे सदन, राम राम हर याम ।बढ़िया प्रस्तुति .
ReplyDeleteमिले पराया माल तो, लूट खाय बेदाम ।।कृपया यहाँ भी पधारें -
रोग जो अधेड़ों को ले आता है बचपन की गलियों में
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_03.html
Posted 3rd May by veerubhai
बहुत ही बढिया।
ReplyDeleteइतनी स्वादिष्ट पोस्ट तो पहली बार चखी।
ReplyDeleteसटीक दोहे के साथ मीठा-मीठा पैगाम !
ReplyDeleteआभार!
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