Tuesday, 8 May 2012

पाएगा ना मोक्ष, आलसी किसी हाल में -

हस्पताल में मर गया,  डूब मरा या ताल ।
मरा सड़क पर या कतल, समझा छूट बवाल |

समझा छूट बवाल, सवाली दुनिया पूछे |
आया खाली हाथ, गया क्या वापस छूछे ??

 पाएगा ना मोक्ष, आलसी किसी हाल में |
करेगा काली कोख, पुन: वो हस्पताल में ||
PATNA: The first open jail in Bihar, constructed over 80 acres of land at Buxar, is set to be inaugurated this month. It will accommodate 104 inmates, along with their dependents.
The open jail concept has been introduced in 13 states of the country to encourage good conduct and self-discipline among the prison inmates. The Buxar open jail will be the latest and the most modern among the 26 open jails in the country.
बदहवाश कैदी फिरें, अब बक्सर की जेल ।
इस बिहार सरकार से, निकला उनका तेल ।

निकला उनका तेल, जेल मैनुअल संशोधन  ।
यह परिवारिक जेल, पकाए बीबी भोजन ।

लो वापस आदेश, करे फ़रियाद बिचारे ।
हम तो आये  जेल, साब ! जी  इनके मारे।।

3 comments:

  1. रविकर जी मीठे तीर भरे व्यंग रचना बहुत हि अच्छी लगी
    बहुत हि बढ़िया रसभरी निम्बोरी है|

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  2. समाचार का समाचार मिला, कविता की कविता भी।

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  3. काव्यात्मक समाचार, रचनात्मक प्रयास..

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