Tuesday, 10 December 2013
करें इशारा आप, बैठ रेडी मधु-कोड़ा
कोड़ा की दरकार थी, दे कोड़ा फटकार |
आये सब औकात में, झाड़ू का आभार |
झाड़ू का आभार, कमल नैनों में गरदा |
पंजे की दरकार, हटा दे पीला परदा |
नहीं बने सरकार, भानुमति कुनबा जोड़ा |
करें इशारा आप, खड़ा रेडी मधु-कोड़ा ||
2 comments:
राजीव कुमार झा
10 December 2013 at 22:53
बहुत सुंदर,यथार्थ का भाव लिए.
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SM
11 December 2013 at 03:10
बहुत सुन्दर
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बहुत सुंदर,यथार्थ का भाव लिए.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
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