Monday 9 December 2013

तेरह दिन की लो बना, एक वोट से हार-

तेरह दिन की लो बना, एक वोट से हार |
दुहराये इतिहास को, पाये पुन: अपार |

पाये पुन: अपार, कमल को पाला मारे |
ताल तलैया सूख, नर्मदा आती द्वारे |

बच जाते बत्तीस, पार्टी आगे जिनकी |
वह ही जिम्मेदार, बना लो तेरह दिन की ||

सबको माने चोर, समर्थन ले ना दे ना -


लेना देना जब नहीं, करे तंत्र को बांस |
लोकसभा में आप की, मानो सीट पचास |

मानो सीट पचास,  इलेक्शन होय दुबारे |
करके अरबों नाश, आम पब्लिक को मारे |

अड़ियल टट्टू आप, अकेले नैया खेना |
सबको माने चोर, समर्थन ले ना दे ना ||

5 comments:

  1. सही कहा है, अच्छे लोगों को मिलकर कोई रास्ता निकालना होगा...

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  2. रास्ता तो निकालना जरूरी है मिल के ...

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  3. देश हित में निश्वार्थ समझौता किया जा सकता है
    नई पोस्ट भाव -मछलियाँ
    new post हाइगा -जानवर

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  4. बहुत सार्थक प्रस्तुति...

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