Wednesday, 30 October 2013

कर नारायण ना नुकुर, गर है नारा ढील -


रविकर लखनऊ में २०-१०-१३ : फ़ोटो मनु
नारा से नाराजगी, नौ सौ चूहे लील |
कर नारायण ना-नुकुर, गर है नारा ढील | 

गर है नारा ढील, नहीं हज-हाजत जाना |
जा बाबा को भूल, स्वयं की जान बचाना |

नेता नारा भक्त, नहीं अब कोई चारा |
दाढ़ी बाल बनाय, पकड़ के भाग किनारा ||

3 comments:

  1. क्या बात है गजब ढा रहे हो
    हर जगह छा रहे हो !

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  2. बड़ा ही तीक्ष्ण कटाक्ष

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  3. दिवाली की शुभकामनाएं
    नई पोस्ट हम-तुम अकेले

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