कर सकते संसर्ग,अघोरी कामी साधक
फेयरवेल-संसर्ग / मिस्र का नया कानून
सदियों से रखते रहे, लोग मिस्र में लाश ।
संरक्षित करते रहे, ममी बनाकर ख़ास ।
ममी बनाकर ख़ास, नई इक खबर सुनाता ।
नगर काहिरा मिस्र, नया कानून बनाता ।
साथी गर मर जाय, मौत के छ: घंटे तक ।
कर सकते संसर्ग, अघोरी कामी साधक ।।
वितृष्णा होती है ऐसी खबरों पर ...
ReplyDeleteमन को उद्वेलित कर गई आज की पोस्ट .
ReplyDeleteहतप्रभ करने वाला समाचार है |
Deleteक्या मिस्र के लोग पिरामिड में ममी इसीलिए दफ़न करते थे-
थू-थू |
सादर ||
यही है अतृप्त भोग और वासना ,निष्प्राण सम्भोग की भास्ना . (.कृपया यहाँ भी पधारें - )
ReplyDeleteकैंसर रोगसमूह से हिफाज़त करता है स्तन पान .
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_01.html
बहुत ही मार्मिक एवं सारगर्भित प्रस्तुति । मेरे पोस्ट पर आपके एक-एक शब्द मेरा मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ नई उर्जा भी प्रदान करने में समर्ख होंगे । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद
ReplyDeleteकेवल छ घंटे ही क्यूँ???? वो ममी किस काम आएँगी ??छि छि ...घिन आती है ऐसे शासन तंत्र पर ऐसी गन्दी घिनौनी मानसिकता पर ,जानवर भी कई गुना बेहतर होते हैं ऐसे इंसानों से
ReplyDeleteजी |
Deleteवहाँ का एक संगठन इसकी खिलाफत में लगा है |
पर इस सोच को सौ सौ धिक्कार ||
सादर
अफसोस !
ReplyDeleteउफ़.....
ReplyDeleteगहरा अफ़सोस होता है ऐसी ख़बरों पर.. घिन आती है ऐसे लोगों से ...
ReplyDeleteवितृष्णा होती है ऐसी मानसिकता पर !
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