Saturday, 16 March 2013

करवा करवा-ता रहा , बलमा दारूबाज

करवा करवा-ता रहा , बलमा दारूबाज |
दोनों किडनी फेल हैं, सत्यवान की आज |

सत्यवान की आज , सती सावित्री चिंतित |
लेकिन पति नाराज, सिकन चेहरे पर किंचित |

बेंच खेत खलिहान, दिया घरभर को मरवा |
पति को है विश्वास , बचा लेगा यह करवा - 

8 comments:

  1. बात कुछ समझ में आई नहीं !!

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    1. आदरणीय
      उत्तर भारत में करवा इक त्यौहार है जो पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाता है-
      दारुबाज को अपनी पत्नी के करवा चौथ व्रत पर बड़ा भरोसा है-
      सादर-

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  2. रविकर जी बड़े स्नेह से पढ़ता हूँ ,आप का मानकर
    कुण्डली का भी आया मज़ा ,करवा का अर्थ जानकार...

    शुभकामनायें!

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  3. आज की सावित्री शराबी सत्यवान को नहीं बचा पाती
    latest postऋण उतार!

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  4. बेहद दार्शनिक अंदाज़ में लक्ष्य भेदन

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  5. बहुत खूब भाव पूर्ण प्रस्तुति

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    एक शाम तो उधार दो

    मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे

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  6. करवा-करवा का यमक,दमक रहा है आज
    भभका दारू का मिले , यम होते नाराज
    यम होते नाराज , याचना खाली जाये
    उत्तम, दारू छोड़, दवा कुछ खा ली जाये
    खेत हुआ नीलाम, लुटे घर छानी - परवा
    अनहोनी ना टाल , सकोगे करवा करवा ||

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  7. करवा का असल मतलब जानना जरूरी है ... कर्म को पहचानना जरूरी है ...

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