bahut badhiya ......
चुनावी मौसम में ऐसा ही होता है
पढ़ते मियाँ मिलाद, तिजारत हो वोटों की |ढूँढे टोटीदार, जरुरत कुछ लोटों की |बहुत खूब .
सुन्दर अभिव्यक्ति .खुबसूरत रचनासादर मदन
सुन्दर प्रस्तुति !!
bahut badhiya ......
ReplyDeleteचुनावी मौसम में ऐसा ही होता है
ReplyDeleteपढ़ते मियाँ मिलाद, तिजारत हो वोटों की |
ReplyDeleteढूँढे टोटीदार, जरुरत कुछ लोटों की |
बहुत खूब .
सुन्दर अभिव्यक्ति .खुबसूरत रचना
ReplyDeleteसादर मदन
सुन्दर प्रस्तुति !!
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