Tuesday, 18 September 2012

महाराष्ट्र का राज, राष्ट्र का बनके दुश्मन-

मोहन हन हन हूरता, राजदार हम-राज ।
ऍफ़ डी आई को दिया, आने की आवाज ।

आने की आवाज, कमीशन सोलह आने ।
उत्तर वाले घुसे, वही सारे मरवाने ।

महाराष्ट्र का राज, राष्ट्र का बनके दुश्मन।
रहा कुल्हाड़ी मार, पैर में राजौ-मोहन ।

4 comments:

  1. राज पुराण ... मस्त मसालेदार ...

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  2. बहुत उम्दा!
    गणेशचतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  3. गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें.....

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  4. बढ़िया प्रस्तुति !
    ram ram bhai
    बृहस्पतिवार, 20 सितम्बर 2012
    माँ के गर्भाशय का बेटियों में सफल प्रत्यारोपण

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