बढ़िया रचना
बहुत खूब !
सुन्दर. अति सुन्दर.
आ0 रविकर जी सुंदर कुंडलिया , बधाई आपको ।
बहुत सुंदर रविकर जी , बहुत ही आनंददायक
सुन्दर रविकर भाई .
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बहुत बढ़िया रविकर जी !नई पोस्ट काम अधुरा है
मनरेगा का फेर, काम बिन मिले कमीशन |नगरी में अंधेर, किन्तु मन भावे शासन |bilkul sahi kaha !
बढ़िया रचना
ReplyDeleteबहुत खूब !
ReplyDeleteसुन्दर. अति सुन्दर.
ReplyDeleteआ0 रविकर जी सुंदर कुंडलिया , बधाई आपको ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रविकर जी , बहुत ही आनंददायक
ReplyDeleteसुन्दर रविकर भाई .
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ReplyDeleteबहुत बढ़िया रविकर जी !
ReplyDeleteनई पोस्ट काम अधुरा है
मनरेगा का फेर, काम बिन मिले कमीशन |
ReplyDeleteनगरी में अंधेर, किन्तु मन भावे शासन |
bilkul sahi kaha !