बढ़िया है !
वाह जी वाह.
बहुत सुन्दर है .सटीक है मारक है .लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर-दागी बंदूकें गईं, चमकाई शमशीर |लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर |दंगाई तदवीर, महत्वाकांक्षा खाई |दिया-सलाई पाक, अगर-बत्ती सुलगाई |सूत्रधार महफूज, जली तो धरा अभागी |बने पाक इक पक्ष, बनाये दूजा दागी ||
बहुत सुंदर.
बहुत ही सुन्दर भावों का संचार करती प्रस्तुति (नई प्रस्तुति --विशालाक्षा )
बढ़िया है !
ReplyDeleteवाह जी वाह.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर है .सटीक है मारक है .
ReplyDeleteलाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर-
दागी बंदूकें गईं, चमकाई शमशीर |
लाज लुटी, बस्ती बटी, दंगाई तदवीर |
दंगाई तदवीर, महत्वाकांक्षा खाई |
दिया-सलाई पाक, अगर-बत्ती सुलगाई |
सूत्रधार महफूज, जली तो धरा अभागी |
बने पाक इक पक्ष, बनाये दूजा दागी ||
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर भावों का संचार करती प्रस्तुति
ReplyDelete(नई प्रस्तुति --विशालाक्षा )