मरकर ज़िंदा
ज़िंदा मरकर हो रहे, है हिम्मत का काम |
डबल बहादुर हो सखे, बारम्बार सलाम | बारम्बार सलाम, करे कुछ लोग तगादा | बीबी ढूँढे काम, दोस्त दस बाढ़े ज्यादा | बेटा डबल सवार, ढूंढता नया परिंदा | ठीक-ठाक परिवार, करो क्या होकर ज़िंदा ?? |
जनता खड़ी निहारती, चाचा चाबुक तान |
हैं घोंघे को ठेलते, लें बाबा संज्ञान |
लें बाबा संज्ञान, रोल हम सभी सराहें |
संविधान निर्माण , भरे संसद क्यूँ आहें |
न कोई अपमान, विमोचन इस पुस्तक का |
ईस्वी सन उनचास, किये खुद नेहरु कब का || |
कार्टून
कार्टून में हैं रखे, नोट वोट के थाक |
जर-जमीन लाकर पड़े, है जमीर पर लाक | है जमीर पर लाक , नाक हर जगह घुसेंड़ें | बड़े बड़े चालाक, चलें लेकिन बन भेड़ें | रविकर रक्षक कौन, जहर जब भरा खून में | कार्टून नासमझ, भिड़े इक कार्टून में || |
गीत गा ले
बंजारा जारा गया, यायावर मर जाय |
अमर आत्मा उड़नछू, पञ्च तत्व बिलगाय | पञ्च तत्व बिलगाय, दिवारों ने भरमाया | गगन पवन छिति आग, नीर से बनती काया | नश्वर है घर देह, ख़ुशी से भोगे कारा | रहे नहीं संदेह, गीत गा ले बंजारा || |
टीका टिप्पण
टीका पर करते सटीक, टीका टिप्पण आप |
लोहा लोहे से कटे, कटे विकट संताप | कटे विकट संताप, सूक्ष्म विश्लेषण करते | नकारात्मक पक्ष, सावधानी भी धरते | टीका पर रख ध्यान, करे ना जीवन फीका | रविकर करे सचेत, समझ कर लेना टीका || |
गर्भवती हो जाय
पगली है तो क्या हुआ, मांस देख कामांध ।
अपने तीर बुलाय के, तीर साधता सान्ध | तीर साधता सान्ध, बांधता जंजीरों से | घायल तन मन प्राण, करे जालिम तीरों से | गर्भवती हो जाय, ढूँढ़ता कुत्ता अगली | दुष्ट मस्त निर्द्वन्द, करे उसका क्या पगली || |
बढिया कुंडलियां
ReplyDeletewaah gazab hai kalpana ki udaan ....
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