संवाददाता
खबर खभरना बन्द कर, ना कर खरभर मित्र ।
खरी खरी ख़बरें खुलें, मत कर चित्र-विचित्र ।
मत कर चित्र-विचित्र, समझ ले जिम्मेदारी ।
खम्भें दरकें तीन, बोझ चौथे पर भारी ।
सकारात्मक असर, पड़े दुनिया पर वरना ।
तुझपर सारा दोष, करे जो खबर खभरना ।।
खबर खभरना = मिलावटी खबर
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हिन्दी चिट्ठाकारी में 'कोयल शास्त्र' की कोई जगह क्यों नहीं हैं ???
कोयल तो मर्मज्ञ है, सिक्स सेन्स संसेक्स |
ग्राफ सदा स्थिर रखे, खुद भी रहे रिलेक्स | खुद भी रहे रिलेक्स, शास्त्र पर जायज चर्चा | लेकिन पुरुष विचार, लगेगा कड़ुआ मिर्चा | रविकर यह प्रस्ताव, करे जो सेक्सी-सिम्बल | बने शास्त्र दमदार, लसे कौवे से कोयल || |
पच्चीसवीं साल-गिरह
बड़ी दुर्दशा है सखे, लेता लड्डू लील |
बढे पित्त कफ वात सब, तीन बरस गुड फील | तीन बरस गुड फील, उडाये खिल्ली बेजा | मांसाहारी चील, खाय उल्लू का भेजा | बीते बरस पचीस, कसे मजबूत शिकंजा | कर ले काम खबीस, चील नत मारे पंजा || |
चारु चढ़ावा बोल पर, बक्कुर देता लाभ ।
न हर्रे न फिटकरी, मस्त माल-मधु चाभ ।
मस्त माल-मधु चाभ, वकालत प्रवचन भाषण ।
कोई नहीं *प्रमाथ, धनिक खुद करे समर्पण । गुंडे गंडा बाँध, *सांध पर मारे धावा । पाले पोषे फ़ौज, चढ़े नित चारु चढ़ावा । *बलपूर्वक हरण । *लक्ष्य |
बड़ा कबाड़ी है खुदा, कितना जमा कबाड़ |
जिसकी कृपा से यहाँ, कचडा ढेर पहाड़ | कचडा ढेर पहाड़, नहीं निपटाना चाहे | खाय खेत को बाड़, बाड़ को बड़ा सराहे | करता सज्जन मुक्त, कबाड़ी बड़ा अनाड़ी | दुर्जन रिसाइकिलिंग, कर रहा बड़ा कबाड़ी || |
भारी लगी बीमारी ।
ReplyDeleteबढ़िया है भाई ।
ReplyDeleteक्या बात है
ReplyDelete---
अपने ब्लॉग को ई-पुस्तक में बदलिए
बेहद सुन्दर ...भाव युक्त...
ReplyDeleteकुंडलियां बातें करें, खरी-खरी दो टूक,
ReplyDeleteकागा का वो कांव हो, या कोयल की कूक।
या कोयल की कूक, ध्यान आकर्षित करतीं,
शब्दों मे है जान, नेह न्योछावर करतीं।
रंग-बिरंगी शीत-तप्त झरतीं फुलझड़ियां,
मन का रंजन सिद्ध करें रविकर कुंडलियां।
पच्चीसवीं साल-गिरह
ReplyDeleteबड़ी दुर्दशा है सखे, लेता लड्डू लील |
बढे पित्त कफ वात सब, तीन बरस गुड फील |
तीन बरस गुड फील, उडाये खिल्ली बेजा |
मांसाहारी चील, खाय उल्लू का भेजा |
बीते बरस पचीस, कसे मजबूत शिकंजा |
कर ले काम खबीस, चील नत मारे पंजा ||
मनाओ सिल्वर जुबली चील की सिलवर जुबली .अरे भाई सिलवर जुबली ,नहीं खा भैया चुगली ..उडेगी एक दिन गिल्ली