माता पर विश्वास ही, भारत माँ की शान ।
संस्कार *अक्षुण रहें, माँ लेती जब ठान । माँ लेती जब ठान, आन पर स्वाहा होना । पूनम का ही चाँद, ग्रहण से महिमा खोना । बेटी माँ का रूप, शील गुण उसपर जाता । नारी शक्ति स्वरूप, सुधारो दुर्गा माता ।। |
शोषण करते धरा का, रहे पोषते दैत ।
प्राय: विकसित देश हैं, अजगर मगर करैत ।
अजगर मगर करैत, निगलते फाड़ें काटें ।
चले दुरंगी चाल, लड़ावैं हड़पैं बाँटें ।
संसाधन सुख भोग, व्यर्थ करते उदघोषण ।
बड़ा चार सौ बीस, बढ़ता जाता शोषण ।।
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पैसे पैसे बिक रहे, बाबा आज अनेक । इ'स्टेटस सिम्बल बने, नवधनाढ्य की टेक ।
नवधनाढ्य की टेक, दलाली करते आधे ।
फँसते ग्राहक नए, सभी को मिलकर साधे ।
सपना मिडिल क्लास, देखता कैसे कैसे ।
चाहे दौलत ढेर, लुटा के अपने पैसे ।।
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करो परीक्षा पास तुम, नक़ल शकल दम घूस ।
खड़ी व्यवस्था राज की, नक्सल बनकर चूस ।
नक्सल बनकर चूस, अधिकतर लोग उपेक्षित ।
किस्मत जो मनहूस, लूट लो चीजें इच्छित ।
चहकें झंडे गाड़, कैरिअर गुरु की दीक्षा ।
लाव सफलता पास, पास ना करो परीक्षा ।।
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आकर्षक अंदाज है, नियमित भेजे किश्त ।
कश्ती जीवन की चले, चले जीविका वृत्त ।
चले जीविका वृत्त, प्रेम जोया सन्जोया ।
सुलगे सीली राख, अश्रु ने इन्हें भिगोया ।
देने पूर्ण हिसाब, सत्य पहुंचेगा भरसक ।
उलाहना अंदाज, आपका है आकर्षक । |
BEHATARIN KUNADALIYAN YATHARTH BAYAAN KARATI HUYON
ReplyDeleteवाह जानदार और शानदार एक से बढ़कर एक !
ReplyDeleteकई सारी बढिया रचनायें
ReplyDeleteसभी एक से बढ़कर एक और सभी में एक विषद आयाम.
ReplyDeleteबढ़िया...!
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ReplyDeleteपैसे पैसे बिक रहे, बाबा आज अनेक ।
इ'स्टेटस सिम्बल बने, नवधनाढ्य की टेक ।
नवधनाढ्य की टेक, दलाली करते आधे ।
फँसते ग्राहक नए, सभी को मिलकर साधे ।
सपना मिडिल क्लास, देखता कैसे कैसे ।
चाहे दौलत ढेर, लुटा के अपने पैसे ।।
इस सुन्दर रचना के लिए बधाई रविकर जी "कांग्रेसी कुतर्क "को चर्चा वार बनाने के लिए शुक्रिया .एक आलेख और आरहा है -अथ वागीश उवाच -ये कांग्रेसी हरकारे .
माता पर विश्वास ही, भारत माँ की शान ।
ReplyDeleteसंस्कार *अक्षुण रहें, माँ लेती जब ठान ।
माँ लेती जब ठान, आन पर स्वाहा होना ।
पूनम का ही चाँद, ग्रहण से महिमा खोना ।
बेटी माँ का रूप, शील गुण उसपर जाता ।
नारी शक्ति स्वरूप, सुधारो दुर्गा माता ।।
शक्ति रूपा ,अनेक रूपा नारी की महिमा अपरम्पार .माँ का दर्जा सबसे ऊपर जो जनक भी है पालक भी कल्याणकारी शिव भी .
सभी कुण्डलियाँ जबरदस्त एक से बढ़कर एक बहुत बहुत बधाई लो
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